किस की नज़र, किसी की दुआ क्या ख़बर मुझे, कब है यह हुआ वो बोले तो लगता ऐसे की होठों से ओस की बूँदें गिर... किस की नज़र, किसी की दुआ क्या ख़बर मुझे, कब है यह हुआ वो बोले तो लगता ऐसे की होठों...
समंदर किनारे हम मिलेंगे दिल में कई फूल नए खिलेंगें क्षितिजरेखा पर सागर में डूबते ह समंदर किनारे हम मिलेंगे दिल में कई फूल नए खिलेंगें क्षितिजरेखा पर सागर मे...
तुझसे ज्यादा नही माँगती हूँ बस मुझे यूँ ही चाहते रहना, तुझसे ज्यादा नही माँगती हूँ बस मुझे यूँ ही चाहते रहना,
लो कुछ दिन ही सही लो कुछ दिन ही सही
लगभग एक दूसरे के विपरीत भाव भंगिमा है हमारी ! लगभग एक दूसरे के विपरीत भाव भंगिमा है हमारी !
यृद्ध हम चाहते नहीं शांति से रहना जानते हैं, अगर कोई आँख दिखाए उसे सबक सिखाते हैं यृद्ध हम चाहते नहीं शांति से रहना जानते हैं, अगर कोई आँख दिखाए उसे सबक सिखाते...